माफ करना और शांत रहना सीखिए,इससे आप एक ऐसी ताकत बन जाओगे कि पहाड़ भी आपको रास्ता देगा
डॉ.जोगेंद्र सिंह,फाउंडर(ओपीजेएस यूनिवर्सिटी,ओके लाइफ केयर,ओके इंडिया न्यूज चैनल)
महानता की दो सबसे बड़ी निशानी होती है माफी देना और शांत रहना । अक्सर आप अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी में लोगों को क्षमा करते हैं इससे ये समझना कि आप का अनजाने में उन पर किया गया सबसे बड़ा उपकार है कहते हैं इंसान की तारीफ उन शब्दों में नहीं होती जो आपके सामने कहे जाएं,बल्कि तारीफ तो उन शब्दों में है जो आपके पीछे से कहे जाएं । जीवन में माफ करना और शांत रहना सीखिए,इससे आप एक ऐसी ताकत बन जाओगे कि पहाड़ भी आपको रास्ता देगा । यह बात भी सत्य है कि किसी को माफ करने वाला आगे बढ़ जाता है और न माफ करने वाला इंसान हमेशा अशान्त जीवन व्यतीत करता है। अगर आपका मन किसी बात से आहत भी हुआ है तो उसे सच्चे मन से माफ कर दें,ऐसा करके आपको आत्मसुख की प्राप्ति होगी। माफ करना इंसान की बहादुरी का सबसे बड़ा गुण होता है। माफ कर देने से न सिर्फ नफऱतों का निदान हो सकता है, बल्कि अंहकार कम होता है और एक-दूसरे पर विश्वास बना रहता है। कि यह सत्य है किसी के दर्द की नींव पर हम अपने खुशी का आशियाना नहीं बना सकते। इसलिए हमें दूसरों को माफ करने में सदा आगे रहना चाहिए तभी हम अपने आप को भी माफ कर पाएंगे। मांगने से अहंकार खत्म होता है, जबकि क्षमा करने से संस्कार बनते हैं। अगर आप इंसान होकर दूसरे इंसान को माफ नहीं कर सकते हैं तो आप ईश्वर से कैसे अपनी गलतियों के लिए माफी पाने की उम्मीद करते है। गुस्सा हर किसी को आता है पर बुद्धिमान व्यक्ति से शांति से अपने वश में कर लेता है।

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