सपने साकार करने के लिए दुनिया में भारत से अच्छी जगह कही नहीं है
डॉ.जोगेंद्र सिंह,फाउंडर(ओपीजेएस यूनिवर्सिटी,ओके लाइफ केयर,ओके इंडिया न्यूज चैनल)
जब हम भारत की सुंदरता के बारे में सोचते हैं तो हम सभी गर्व महसूस करते हैं.हमारे देश के पास भौगोलिक, ऐतिहासिक, कलात्मक, धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से विविधता है. भारत की संस्कृति भारत की धरती की उपज है । अपने सपनों को साकार करने के लिए दुनिया में भारत से अच्छी जगह कही और नहीं है ।प्राचीन काल की बात करें तो भारत में ही दुनिया का पहला विश्वविद्यालय खुला था, जिसे नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त काल के दौरान पांचवीं सदी में हुई थी ।बिहार के नालंदा में स्थित इस विश्वविद्यालय में आठवीं शताब्दी से 12वीं शताब्दी के बीच दुनिया के कई देशों से छात्र पढ़ने आते थे और अपने सपनों को साकार करते थे वही आजाद भारत की और दुनिया के देखने का नजरिया बदल गया है। आज दुनिया भारत की तरफ गर्व से देख रही है, अपेक्षा से देख रही है। दुनिया समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर देखना चाहती है। विश्व के कई देशों को भारत से बहुत उम्मीदें है । बात अगर अनाज की करे तो दुनिया के कई देश भारत पर निर्भर है खासकर मध्य पूर्वी देश। भारत दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक है जैसे कि गेहू में दूसरे नंबर पर, चावल में दूसरे नंबर पर । एक बात जो भारत आने वाले हर किसी को याद आती है अपने देश जाने के बाद वह हैं अच्छी यादें और भारतीयों की हार्दिक शुभकामनाओं का एक बंडल है। हम भारतीय, वास्तव में अथि देवो भव के मंत्र से जीते हैं। यह एक ऐसा मंत्र है जो हमारे देश को अतुल्य भारत के रूप में प्रस्तुत करता है।