मान लो तो हार होगी ,ठान लो तो जीत होगी
डॉ.जोगेंद्र सिंह,फाउंडर(ओपीजेएस यूनिवर्सिटी,ओके लाइफ केयर,ओके इंडिया न्यूज चैनल)
भगवान ने हमें धरती पर एक खाली चेक की तरह भेजा है, गुणों और योग्यताओं के आधार पर हमें स्वयं अपनी कीमत उसमें भरनी होती है। खुद पर विश्वास ही सफलता का सबसे बड़ा नियम होता है। आपने इतना कुछ किया है जीवन में आप एक बार फिर ऐसा कर सकते हैं। आज की आज सोचेंगे, कल की कल- इस सोच के साथ आप मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति से पार पा सकते हैं। अगर हमको खुद पर विश्वास होता है तो हमारे हौसले भी बुलंद होते है और हम वो काम कर सकते है जो कि हम असल में करना चाहते है। इसलिए आपकी जीत या हार को कोई और तय नहीं कर सकता है। यह खुद आपके ऊपर निर्भर करता है ।अगर आप काम करने से पहले ये मान लेते हैं कि ये नहीं हो पाएगा तो आपकी हार होगी और अगर ठान लेते हो कि करना ही है तो आपकी जीत होगी। याद रखना महान लोगों ने अपनी सबसे बड़ी सफलता, अपनी सबसे बड़ी असफलता के बाद हासिल की है।दुनिया में जीनियस के तौर पर पहचाने जाने वाले वैज्ञानिक आइंस्टीन चार साल तक बोल और सात साल की उम्र तक पढ़ नहीं पाते थे। इस कारण उनके मां-बाप और शिक्षक उन्हें एक सुस्त छात्र के तौर पर देखते थे। इसके बाद उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया और ज़्यूरिच पॉलिटेक्निक में दाखिला देने से इंकार कर दिया गया। इन सब के बावजूद वे भौतिक विज्ञान की दुनिया में सबसे बड़ा नाम साबित हुए। दुनिया आपको कैसे देखती है यह महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन आप खुद को कैसे देखते हैं, यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। याद रखिये तैरना सीखना है तो आपको पानी में उतरना ही होगा किनारे बैठ कर कोई गोताखोर नहीं बनता। जीवन में जीत और हार आपकी सोच पर ही निर्भर करती है। जीवन में समय-समय पर चुनौतियों और मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और यही जीवन का सत्य है। जिंदगी एक खेल है अब आपको तय करना है कि खेल बनना है या खिलाड़ी बनाना है ।